मुम्ब्रा, १३ फरवरी २०२१
“समाज में लोगों को "अंधेरों से प्रकाश की ओर" लाना क्यों जरुरी है?”
समाज को मुल्टी मीडिया के माध्यम से जागरूक करने और बुराई, गलत रीती रिवाज़ों व कामों के खिलाफ वीडियोस बनाने का चलन आम करने की गरज से अंधेरों से उजाले की तरफ़ अभियान के अंतर्गत लघु वीडियो प्रतियोगिता रखी गई जिसमें भ्रष्टाचार,अत्याचार, बेईमानी,असमानता ,आत्महत्या, नग्नता, बलात्कार, गर्भपात जैसे विषय के खिलाफ जमाते इस्लामी हिन्द मुम्ब्रा द्वारा वीडियोस बनाने के लिए कहा गया |
प्रतियोगिता में लगभग ४५ लोगों व ग्रुप्स ने रजिस्टर किया और २० वीडियोस प्रस्तुत किये गए जिस का पुरस्कार वितरण समारोह डायमंड हॉल कौसा मुम्ब्रा में रखा गया जिसमें प्रथम पुरस्कार भिवंडी के ग्रुप को दिया गया जिन्होंने ने औरतों पर हिंसा व भ्रष्टाचार को मिटाना है विषय पर अच्छा वीडियो बनाया , दूसरा पुरस्कार मुम्ब्रा के असदुल्लाह स्कूल कॉलेज के छात्रों को दीया गया जिनहोने भ्रष्टाचार पर अच्छा मेसेज वाला विडियो बनाया और तीसरा पुरस्कार मुम्ब्रा के नौजवान ग्रुप को मिला जिन्होंने भौतिकवाद की वजह आत्महत्या है पर विडियो बनाया
मुख्य अतिथि इज़हार अहमद फरीदी (फिल्म डायरेक्टर और राइटर), अतिथि हमआयद अब्दुल बकी और अब्दुल अज़ीज़ ने नौजवान प्रतिभागियों के प्रतिभा(टैलेंट) को सराहा और मुबारकबाद दी| इज़हार अहमद फरीदी साहब ने प्रतिभागियों और नौजवान लोगों को अपनी प्रतिभा सही जगह इस्तेमाल करने कि सलाह भी दि |
इस कार्यक्रम में मुम्ब्रा की ज़रीन बेगम युसूफ खान जिन्होंने (आल इंडिया CA इंटरमीडिएट) परीक्षा में प्रथम अंक लाया उनका सत्कार मोहम्मद सलमान ( प्रेसिडेंट स्टूडेंट्स इस्लामिक आर्गेनाईजेशन ऑफ़ इंडिया) के ज़रिये कराया गया
समाज में लोगों को "अंधेरों से प्रकाश की ओर" लाना इसलिए जरुरी है क्यों की “समाज में अत्याचार, बेईमानी, भ्रष्टाचार, ब्याजखोरी, असमानता, असहिष्णुता, आत्महत्या, अस्पृश्यता, नशा, अश्लीलता, नग्नता, बलात्कार, गर्भपात, हत्या और नरसंहार” यह सब अंधकार है और क़ुरान व मुहम्मद (स.) की शिक्षा से इन अंधकारों को कम व ख़तम किया जा सकता है और इसके लिए हर इंसानों तक यह बात पहुचाना जरुरी है जिसके लिए जरुरी है के संघटित तरीके से अंधेरों से उजाले कि ओर जैसे अभियान मनाए जाये और काम किए जाये |
इस सोच से ही यह राज्यव्यापी अभियान "अंधेरों से प्रकाश की ओर" महाराष्ट्र में २२ से ३१ जनवरी तक किया गया और मुम्ब्रा में इस अभियान के अंतर्गत कई कार्यकर्म और मीटिंग्स हुई जैसे उलेमा(धार्मिक गुरु) मीटिंग , मंदिरों के पुजारियों , महाराज व ट्रस्टीयों से मीटिंग, सिख गुरुद्वारे में सिखों से मीटिंग व वार्ता, क्रिस्चियन पादरी से , सीनियर पुलिस ऑफिसर्स, फायरब्रिगेड ऑफिसर्स , बैंक मेनेजर से मुलाकात, बच्चों का ड्राइंग और विडियो स्पर्धा वगैरा
वैसे थोड़े थोड़े समय के अंतर से अच्छे कामों को बढ़ावा देने और बुराई को दूर व ख़तम करने कि कोशिश से जमाते इस्लामी हिन्द अभियान करते रहती है व काम करते रहते है और आगे भी करते रहेगी